इस्पगुला
Ispaghula एक प्राकृतिक हर्बल औषधि है जिसे सामान्यतः कब्ज, आंतों की सफाई और पाचन से जुड़ी समस्याओं के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसे इसबगोल की भूसी भी कहा जाता है। यह दवा पानी में घुलने वाली फाइबर सप्लीमेंट की तरह कार्य करती है, जो मल को नरम बनाती है और आंतों की गति को नियंत्रित करती है। Ispaghula का उपयोग लंबे समय से घरेलू उपचार और चिकित्सीय सलाह दोनों में किया जाता रहा है। यह शरीर में आंतरिक संतुलन बनाए रखने और नियमित मल त्याग में सहायक होता है। इसके अतिरिक्त यह पेट की सूजन, गैस और अपच जैसी समस्याओं को भी कम करने में लाभकारी है। सही खुराक और नियमित सेवन से यह प्राकृतिक रूप से पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
Medicine Not Available for Ispaghula
Ispaghula के मुख्य उपयोग
- कब्ज (Constipation) का इलाज
- आंतों की सफाई और डिटॉक्स
- इरीटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) में सहायक
- गैस और पेट फूलने से राहत
- पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखना
Ispaghula का काम करने का तरीका
Ispaghula पानी के संपर्क में आकर जेल जैसा रूप ले लेता है, जो मल को नरम और भारी बनाता है। इससे आंतों की गति तेज होती है और मल त्याग आसान हो जाता है।
Ispaghula के लाभ
- प्राकृतिक और हानिरहित फाइबर सप्लीमेंट
- लंबे समय तक उपयोग के लिए सुरक्षित
- आंतों की नियमितता बनाए रखता है
- हृदय और पाचन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
- पेट की सूजन और अपच को कम करता है
Ispaghula खुराक और उपयोग निर्देश
Ispaghula आमतौर पर पाउडर या ग्रैन्यूल रूप में उपलब्ध होता है। एक गिलास गुनगुने पानी या दूध में मिलाकर तुरंत पीना चाहिए। सामान्य खुराक वयस्कों के लिए 5-10 ग्राम दिन में एक या दो बार ली जाती है। सेवन के बाद पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। खुराक हमेशा डॉक्टर की सलाह अनुसार लेनी चाहिए।
Ispaghula के साइड इफेक्ट्स
- हल्की पेट फूलना
- गैस और पेट दर्द
- प्यास अधिक लगना
- अत्यधिक सेवन पर डायरिया
- कुछ मामलों में एलर्जी या गले में जलन
Ispaghula सावधानियां और चेतावनी
- सेवन के बाद पर्याप्त पानी पीना जरूरी है
- गंभीर आंतों की रुकावट वाले मरीज इसका उपयोग न करें
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं डॉक्टर से सलाह लें
- लंबे समय तक बिना परामर्श के उपयोग न करें
- किसी भी एलर्जी होने पर तुरंत उपयोग बंद करें
FAQs about Ispaghula
Q1: Ispaghula किस काम आता है?
A1: Ispaghula का उपयोग कब्ज, आंतों की सफाई और पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज में किया जाता है। यह एक प्राकृतिक फाइबर सप्लीमेंट है।
Q2: Ispaghula कैसे लेना चाहिए?
A2: Ispaghula को एक गिलास पानी या दूध में मिलाकर तुरंत पीना चाहिए। सेवन के बाद पर्याप्त पानी पीना आवश्यक है।
Q3: क्या Ispaghula लंबे समय तक लिया जा सकता है?
A3: हाँ, Ispaghula एक सुरक्षित हर्बल दवा है लेकिन लंबे समय तक उपयोग के लिए डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर है।
Q4: Ispaghula के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
A4: Ispaghula से हल्की गैस, पेट फूलना या डायरिया हो सकता है। अत्यधिक सेवन से एलर्जी या गले में जलन की समस्या भी हो सकती है।
Q5: क्या Ispaghula गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है?
A5: Ispaghula सामान्यतः सुरक्षित है, लेकिन गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए।
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