facebook


अभयारिष्ट – उपयोग, लाभ, खुराक और दुष्प्रभाव

Abhayarishta Abhayarishta
Published On : 18 Jun, 2025 | Written By : Mr. Deepak Saini | Reviewed By : Dr. Anubhav Singh

अभयारिष्ट एक पारंपरिक आयुर्वेदिक तरल दवा है, जिसका मुख्य उपयोग कब्ज, गैस और बवासीर के उपचार में किया जाता है। इसे कुछ क्षेत्रों में अभयारिष्टम भी कहा जाता है। प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से बनी यह दवा पाचन में सुधार करती है और नियमित मल त्याग को बढ़ावा देती है। यह लीवर स्वास्थ्य को भी सपोर्ट करती है और पेट फूलना कम करती है। अभयारिष्ट शरीर के वात दोष को संतुलित करके काम करता है, जो शरीर में गति को नियंत्रित करता है। यह आमतौर पर वयस्कों और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित माना जाता है।

अभयारिष्ट के प्रमुख अवयव

हरितकी, द्राक्षा, विदांग, मधुका, प्रक्षेप द्रव्यों में – गोक्षुर, त्रिवृत, धनिया, धातकी, इंद्रवारुणी, चव्य, मधुरिका, शुण्ठी, दंतीमूल और मोचरस शामिल हैं।

अभयारिष्ट का महत्व:

अभयारिष्ट कब्ज, गैस और पाचन संबंधी समस्याओं के उपचार में महत्वपूर्ण माना जाता है। यह मल त्याग में सुधार करता है, पेट फूलना कम करता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखता है। प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से बना होने के कारण यह धीरे-धीरे और सुरक्षित तरीके से असर करता है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जिनकी पाचन शक्ति कमजोर होती है या जिन्हें अक्सर अपच और कब्ज की समस्या रहती है।

अभयारिष्ट के फायदे:

कब्ज में अभयारिष्ट

अभयारिष्ट कब्ज के लिए एक प्राकृतिक उपाय है। यह मल को मुलायम बनाकर और मल त्याग में सुधार करके काम करता है। यह आंतों को धीरे-धीरे साफ करने में मदद करता है और टॉयलेट के दौरान ज़ोर लगाने की आवश्यकता को कम करता है। यह पाचन को स्वस्थ बनाता है और कठोर मल व अनियमित मल त्याग से दीर्घकालिक राहत देता है।

अपच में अभयारिष्ट

यह हर्बल टॉनिक “अग्नि” या पाचन शक्ति को बढ़ाकर पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। यह पेट को भोजन को प्रभावी ढंग से पचाने में मदद करता है, जिससे अपच, भारीपन और पेट फूलने जैसे लक्षण कम होते हैं। अभयारिष्ट गैस बनने को कम करता है, भोजन के बाद आराम देता है और पाचन को बढ़ावा देता है।

आंतों की डिटॉक्स प्रक्रिया में अभयारिष्ट

अभयारिष्ट एक हल्के आंतों के डिटॉक्सीफायर की तरह काम करता है। यह पाचन तंत्र से अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों को धीरे-धीरे बाहर निकालता है। इससे आंतें बिना कमजोरी या जलन के साफ होती हैं। यह शरीर की प्राकृतिक सफाई प्रक्रिया को सपोर्ट करता है और पाचन व संपूर्ण स्वास्थ्य पर असर डालने वाली हानिकारक चीजों के जमाव को कम करता है।

गैस और पेट फूलने में अभयारिष्ट

अधिक गैस दर्द, दबाव और भारीपन का कारण बन सकती है। अभयारिष्ट पाचन सुधारकर और फंसी हुई गैस को बाहर निकालकर राहत देता है। यह आंतों की परत को शांत करता है और पाचन मांसपेशियों को रिलैक्स करता है, जिससे पेट फूलना कम होता है।

बवासीर (पाइल्स) में अभयारिष्ट

पाइल्स में मल त्याग के दौरान दर्द, खून और असहजता होती है। अभयारिष्ट सूजन को कम करता है और प्रभावित क्षेत्र को शांत करता है। इसके हल्के विरेचक (लैक्सेटिव) प्रभाव से मल त्याग आसान हो जाता है, जिससे मलाशय की नसों पर दबाव कम पड़ता है। यह घाव भरने में मदद करता है और पाइल्स से होने वाले खून व दर्द से प्राकृतिक राहत देता है।

लिवर Dysfunction में अभयारिष्ट

लिवर शरीर को डिटॉक्स करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अभयारिष्ट लिवर के कार्य को समर्थन देता है, हानिकारक विषाक्त पदार्थों को निकालने और पित्त निर्माण में सुधार करने में मदद करता है। यह सुस्ती, भूख न लगना या त्वचा संबंधी समस्याओं जैसे लिवर से जुड़े लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकता है।

फिशर (अнал फिशर) के उपचार में अभयारिष्ट

कठोर मल के कारण फिशर में दर्द और खून आता है। अभयारिष्ट मल को मुलायम बनाता है और मल त्याग को कम दर्दनाक व आसान करता है। इससे मलाशय क्षेत्र पर दबाव कम पड़ता है और त्वचा तेजी से ठीक होती है। यह रिकवरी में मदद करता है और जलन घटाता है।

फिस्टुला में अभयारिष्ट

फिस्टुला एक दर्दनाक समस्या है, जिसमें संक्रमण और असहजता हो सकती है। अभयारिष्ट आंतों को साफ रखकर और मल त्याग को बेहतर बनाकर संक्रमण की संभावना को कम करता है। इसके सूजनरोधी और पाचन-सुधारक गुण ऊतकों की हीलिंग में मदद करते हैं और सूजन, रिसाव व जलन जैसे लक्षणों को कम करते हैं।

अम्लता (Acidity) नियंत्रित करने में अभयारिष्ट

अम्लता के कारण भोजन के बाद सीने और पेट में जलन होती है। अभयारिष्ट पाचन तंत्र को ठंडक देता है और पेट के एसिड को संतुलित करता है। यह हार्टबर्न, खट्टी डकारें और एसिड रिफ्लक्स से होने वाली असहजता को कम करता है, पाचन में सुधार करता है और गैस बनने से रोकता है।

भूख कम लगने पर अभयारिष्ट

अभयारिष्ट भूख बढ़ाने में मदद करता है। यह पाचन शक्ति को मजबूत करता है और पेट में पाचक रसों के निर्माण को बढ़ावा देता है। इससे भूख बढ़ती है और शरीर भोजन को बेहतर तरीके से पचाकर अवशोषित कर पाता है, जिससे पोषण और स्वास्थ्य में सुधार होता है।

धीमे मेटाबोलिज्म में अभयारिष्ट

धीमा मेटाबोलिज्म वजन बढ़ने, थकान और खराब पाचन का कारण बन सकता है। अभयारिष्ट पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार करके मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है। यह पाचक एंजाइमों को सक्रिय करता है और आंतों को साफ रखता है, जिससे ऊर्जा स्तर बढ़ते हैं और शरीर बेहतर तरीके से काम करता है।

बदबूदार सांस (Bad Breath) में अभयारिष्ट

अभयारिष्ट पाचन को सुधारता है और आंतों को साफ करता है, जिससे सांस में आने वाली बदबू का मूल कारण दूर होता है और ताजगी मिलती है।

पेट दर्द में अभयारिष्ट

पेट दर्द गैस, कब्ज या अपच के कारण हो सकता है। अभयारिष्ट पेट की मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और आंतों को साफ करता है। यह गैस बनने को कम करता है और भोजन के पाचन को आसान बनाता है। इससे ऐंठन, तेज दर्द और पेट की असहजता में राहत मिलती है, खासकर भारी भोजन या अनियमित खाने की आदतों के बाद।

कमजोरी में अभयारिष्ट

कमजोरी या ऊर्जा की कमी खराब पाचन और विषाक्त पदार्थों के जमाव के कारण हो सकती है। अभयारिष्ट पेट और आंतों को साफ करता है, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है। पाचन अच्छा होने पर शरीर को भोजन से अधिक ऊर्जा मिलती है।

वजन घटाने में अभयारिष्ट

वजन बढ़ना अक्सर कमजोर पाचन और विषाक्त पदार्थों के जमाव के कारण होता है। अभयारिष्ट पाचन सुधारता है और नियमित मल त्याग को बढ़ावा देता है, जिससे शरीर अपशिष्ट को बाहर निकाल पाता है। यह मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है, जिससे कैलोरी बर्न करना आसान होता है और वजन घटाने में मदद मिलती है।

अधिक गैस (Flatulence) में अभयारिष्ट

फ्लैट्यूलेन्स या अधिक गैस खराब पाचन के कारण होती है। अभयारिष्ट भोजन को सही तरह से तोड़ता है और अधपचे भोजन को हटाता है, जो गैस पैदा करता है। यह पाचन तंत्र को रिलैक्स करता है और अतिरिक्त गैस बनने से रोकता है।

त्वचा समस्याओं में अभयारिष्ट

अभयारिष्ट आंतों को साफ करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है। जब पेट स्वस्थ और साफ होता है, तो त्वचा साफ और चमकदार दिखती है। यह प्राकृतिक ग्लो को बढ़ावा देता है और त्वचा समस्याओं को कम करता है।

अभयारिष्ट कैसे लें?

दवा को समान मात्रा में पानी के साथ मिलाकर भोजन के बाद लें, जैसा सुझाव दिया गया है।

अभयारिष्ट कब लें?

पाचन को बढ़ाने और कब्ज से राहत पाने के लिए इसे रोजाना सुबह और शाम भोजन के बाद लें।

अभयारिष्ट कैसे काम करता है?

अभयारिष्ट पाचन सुधारकर, गैस कम करके, आंतों की सफाई करके और मल त्याग बढ़ाकर अपना प्रभाव दिखाता है।

कौन अभयारिष्ट लें?

  • लंबे समय से कब्ज से पीड़ित लोग
  • कमजोर पाचन या भूख न लगने वाले व्यक्ति
  • जिन्हें प्राकृतिक कोलन डिटॉक्स या आंतों की सफाई की आवश्यकता हो
  • हल्की लीवर या प्लीहा संबंधी समस्या वाले लोग
  • गैस, पेट फूलना या पेट भारी लगने से परेशान व्यक्ति
  • पाइल्स (बवासीर) या फिशर वाले लोग
  • वयस्क जिनका मल त्याग नियमित रूप से धीमा रहता है

सुरक्षा उपाय:

  • डॉक्टर से परामर्श: किसी भी पूर्व-existing समस्या होने पर इस दवा का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
  • खुराक: केवल सुझाई गई खुराक का पालन करें, इससे अधिक न लें ताकि किसी भी दुष्प्रभाव से बचा जा सके।
  • गर्भावस्था: डॉक्टर की सलाह के बिना उपयोग न करें।
  • बच्चे: केवल डॉक्टर की सलाह पर ही दें।
  • भंडारण: दवा को ठंडी और सूखी जगह पर रखें। धूप से बचाएं और बच्चों की पहुंच से दूर रखें।

निष्कर्ष:

अभयारिष्ट एक महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्य रूप से पाचन और मल त्याग संबंधी समस्याओं में उपयोग की जाती है। यह प्राकृतिक सफाई को बढ़ावा देता है, पाचन सुधारता है और कब्ज व गैस से राहत देता है। आज के समय में बहुत से लोग पेट की समस्याओं से जूझते हैं, इसलिए ऐसे प्राकृतिक उपायों की जानकारी होना आवश्यक है। सही उपयोग के साथ, अभयारिष्ट दीर्घकालिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है और सुरक्षित माना जाता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

Q: अभयारिष्ट का उपयोग किस लिए किया जाता है?
A: अभयारिष्ट का उपयोग कब्ज, गैस, पेट फूलना और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं के उपचार में किया जाता है।

Q: क्या अभयारिष्ट रोजाना लेना सुरक्षित है?
A: हां, डॉक्टर की सलाह के अनुसार इसे रोजाना लेना सुरक्षित है।

Q: क्या अभयारिष्ट अन्य दवाओं के साथ लिया जा सकता है?
A: हां, यदि डॉक्टर सलाह दें तो अभयारिष्ट अन्य दवाओं के साथ लिया जा सकता है।

Q: क्या अभयारिष्ट के कोई साइड इफेक्ट हैं?
A: सामान्यतः कोई दुष्प्रभाव नहीं देखे गए हैं, लेकिन कुछ मामलों में हल्की गैस या पेट में असहजता हो सकती है।

Q. अभयारिष्ट कब लेना चाहिए?

A. अभयारिष्ट आमतौर पर भोजन के बाद दिन में दो बार लिया जाता है — एक बार सुबह और एक बार शाम। यह पारंपरिक रूप से कब्ज दूर करने, पाचन सुधारने और मल त्याग को नियमित बनाए रखने के लिए उपयोग किया जाता है। सामान्य रूप से सुझाई गई खुराक 15–30 ml, समान मात्रा में पानी मिलाकर ली जाती है, या फिर जैसा आयुर्वेदिक डॉक्टर बताएं। भोजन के बाद लेने से पाचन बेहतर होता है और अवशोषण भी सुधरता है।

Q: क्या अभयारिष्ट बच्चों को दिया जा सकता है?
A: बच्चों को अभयारिष्ट केवल डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह पर ही देना चाहिए।

Q: अभयारिष्ट को असर दिखाने में कितना समय लगता है?
A: आम तौर पर 3–7 दिनों में कब्ज और पाचन समस्याओं में सुधार दिखना शुरू हो जाता है, लेकिन लगातार लाभ के लिए इसे कुछ सप्ताह तक लिया जा सकता है।

Q: क्या अभयारिष्ट गैस और पेट फूलने में मदद करता है?
A: हां, यह गैस, अपच और पेट फूलने को कम करता है और आंतों की सफाई में मदद करता है।

Q: क्या अभयारिष्ट का इस्तेमाल वजन कम करने में मदद करता है?
A: अप्रत्यक्ष रूप से, हां। यह पाचन और मेटाबॉलिज्म सुधारता है, जिससे शरीर में जमा कचरा बाहर निकलता है और वजन प्रबंधन में सहायता मिलती है।

Q: क्या अभयारिष्ट खाली पेट लिया जा सकता है?
A: इसे भोजन के बाद लेना अधिक सुरक्षित और प्रभावी है। खाली पेट लेने पर पेट में हल्की जलन हो सकती है।

Q: क्या अभयारिष्ट दस्त (Loose motion) में लिया जा सकता है?
A: नहीं, दस्त होने पर इसे लेने से स्थिति बिगड़ सकती है। दस्त के दौरान इसका उपयोग न करें।

Q: क्या अभयारिष्ट लीवर के लिए फायदेमंद है?
A: हां, यह लीवर को मजबूत बनाता है, पाचन सुधरता है और शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकालने में मदद करता है।

Q: क्या अभयारिष्ट कब्ज के अलावा बवासीर में भी काम करता है?
A: हां, यह मल को नरम बनाता है और मल त्याग आसान करता है, जिससे बवासीर में दर्द और सूजन कम होती है।

Q: क्या अभयारिष्ट प्रेगनेंसी में सुरक्षित है?
A: नहीं, गर्भवती महिलाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

Q: क्या अभयारिष्ट लंबे समय तक लिया जा सकता है?
A: हां, डॉक्टर की सलाह के अनुसार इसे लंबे समय तक लिया जा सकता है, खासकर क्रॉनिक कब्ज या कमजोर पाचन वाले लोगों में।

Q: क्या अभयारिष्ट सुबह लेना चाहिए या रात में?
A: इसे सुबह और रात दोनों समय भोजन के बाद लेना सबसे प्रभावी माना जाता है।


Order On Call

medicine cart

₹ 0

0

Items added


2025 Copyright By © Zeelab Pharmacy Private Limited. All Rights Reserved

Our Payment Partners

card
correct iconAdded!