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फैटी लिवर ग्रेड 1 (Fatty Liver): खाने-पीने, सप्लिमेंट्स और इलाज की पूरी आसान गाइड

Reverse Fatty Liver Grade 1 Reverse Fatty Liver Grade 1
Published On : 10 Dec, 2025 | Written By : Aprajita Anand | Reviewed By : Dr. Anubhav Singh

आजकल बहुत से लोगों में फैटी लिवर ग्रेड 1 की समस्या देखी जा रही है। भारत में लगभग हर 3-4 में से 1 वयस्क को NAFLD होने की संभावना रहती है। भारतीयों में यह समस्या इसलिए बढ़ रही है क्योंकि अधिकतर लोग कम चलते-फिरते हैं, ज्यादा शक्कर और प्रोसेस्ड फूड खाते हैं और मेटाबॉलिज़्म से जुड़ी समस्याओं का सामना करते हैं।  

अक्सर लोगों को यह पता भी नहीं चलता कि उन्हें फैटी लिवर है, क्योंकि इसका मतलब सिर्फ इतना होता है कि लिवर में थोड़ी मात्रा में चर्बी जमा हो गई है, जो शुरुआत में दिखती नहीं है। लेकिन इसे अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है। यदि आप ग्रेड 1 को नजरअंदाज करते हैं, तो यह आगे चलकर ग्रेड 2 या 3 में बदल सकता है, लिवर में स्कारिंग (fibrosis) हो सकती है और लंबे समय में लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है। 

अच्छी बात यह है कि फैटी लिवर ग्रेड 1 को पूरी तरह से रिवर्स किया जा सकता है—वह भी सिर्फ लाइफस्टाइल बदलकर। सही डाइट प्लान अपनाना, लिवर-फ्रेंडली फूड्स शामिल करना और जरूरत पड़ने पर सही दवाओं या सप्लीमेंट्स का सेवन, फैटी लिवर को प्रभावी रूप से ठीक करने में मदद करते हैं।  

यहां आपकी असली ताकत है—Consistency! यानी नियमित रूप से सही डाइट लेना और रोजाना जरूरी सप्लीमेंट्स लेना। इससे फैटी लिवर ग्रेड 1 की स्थिति में लगातार सुधार होगा और मेटाबॉलिज़्म, लिवर और पाचन शक्ति मजबूत बनेगी। 

फैटी लिवर ग्रेड 1 (Fatty Liver) क्या है?

फैटी लिवर ग्रेड 1 वह स्थिति है, जब आपके लिवर सेल्स के बाहर लगभग 5–10% तक चर्बी जमा होना शुरू हो जाती है। अभी यह खतरनाक नहीं होता, लेकिन आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में ज्यादा खाना, मीठे का सेवन, कम एक्सरसाइज और तनाव इस स्थिति को बढ़ा देता है।  

पहले NAFLD कहा जाने वाला यह रोग अब MASLD कहलाता है, क्योंकि यह मेटाबॉलिक हेल्थ से जुड़ा हुआ है। ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड और FibroScan की मदद से इसकी जांच की जा सकती है। फैटी लिवर ग्रेड 1 को रिवर्स करने के लिए lean protein, antioxidant-rich foods और सही सप्लीमेंट्स का संयोजन करना बहुत उपयोगी है, जो सूजन कम करता है, मेटाबॉलिज्म सुधारता है और धीरे-धीरे लिवर की चर्बी कम करता है। 

अगर आप फैटी लिवर ग्रेड 1 में सुधार के लिए सही डाइट + दवाइयां/सप्लीमेंट्स + रोजाना व्यायाम + सही गाइडलाइन का पालन करते हैं, तो आप अपने लिवर को दोबारा स्वस्थ बनाने में बहुत हद तक सफल हो सकते हैं। 

Fatty Liver Grade 1 का इलाज अभी क्यों करना चाहिए?

यदि आप फैटी लिवर ग्रेड 1 को अनदेखा करते हैं, तो यह आगे चलकर सिरोसिस में बदल सकता है, जिसे ठीक करना काफी मुश्किल होता है। शुरुआती अवस्था में इलाज करने पर इसका रिवर्सल सबसे आसान होता है—खासकर जब आप लिवर-फ्रेंडली डाइट और नियमित शारीरिक गतिविधि अपनाते हैं। 

लिवर में जमा चर्बी को शुरुआत में ही नियंत्रित करने से मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज, PCOS, इंसुलिन रेजिस्टेंस और फैटी लिवर के बढ़ते जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।  

आप ग्रेड 1 फैटी लिवर को सही खानपान, लाइफस्टाइल में बदलाव, कुछ खास लिवर-फ्रेंडली फूड्स और जरूरत हो तो Vitamin E, Omega-3 जैसे सप्लीमेंट्स की मदद से रिवर्स कर सकते हैं। फैटी लिवर ग्रेड 1 डाइट और सप्लीमेंट्स का यह संयोजन लंबे समय तक लिवर को स्वस्थ रखने की नींव है। 

फैटी लिवर (Fatty Liver) के शुरुआती लक्षण जिन्हें नज़रअंदाज़ न करें

अक्सर कोई स्पष्ट लक्षण नहीं दिखता, लेकिन कुछ छोटे-छोटे संकेत बताते हैं कि आपको फैटी लिवर ग्रेड 1 हो सकता है। यदि इन्हें समय रहते पहचान लिया जाए, तो फैटी लिवर ग्रेड 1 को सप्लीमेंट्स की मदद से रिवर्स किया जा सकता है। 

  • लगातार थकान और कमजोरी: जब लिवर पर चर्बी बढ़ जाती है, तो शरीर में ऊर्जा बनना कम हो जाता है और इंफ्लेमेशन बढ़ता है, जिससे शरीर हमेशा थका हुआ महसूस होता है। यह शुरुआती फैटी लिवर या मेटाबॉलिक असंतुलन का संकेत हो सकता है।
  • दाहिने ऊपरी पेट में हल्का दर्द: यह दर्द या असहजता पसलियों के नीचे दाईं ओर महसूस होती है, जहां लिवर स्थित होता है।
  • खाना खाने के बाद पेट फूलना: यदि आपकी पाचन क्रिया सही नहीं है या पेट जल्दी फूल जाता है, तो यह लिवर में चर्बी जमा होने का संकेत हो सकता है।
  • पाचन संबंधी समस्याएं: लिवर में फैट जमा होने से पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है, जिससे पेट में भारीपन, गैस या शौच की आदतों में बदलाव देखने को मिल सकता है।

किसे फैटी लिवर का ज्यादा जोखिम होता है?

जो लोग कम चलते-फिरते हैं, अधिक वजन के हैं, इंसुलिन रेजिस्टेंस से जूझ रहे हैं, टाइप 2 डायबिटीज, PCOS या हाई ट्राइग्लिसराइड्स से प्रभावित हैं, उनमें फैटी लिवर ग्रेड 1 का खतरा अधिक होता है। ज्यादा शक्कर, प्रोसेस्ड फूड, लगातार तनाव और बैठे-बैठे रहने की आदत धीरे-धीरे लिवर में चर्बी जमा करती रहती है—वह भी बिना किसी शुरुआती लक्षण के। 

यदि आप समय रहते Liver Function Test (LFT), अब्डॉमिनल अल्ट्रासाउंड या FibroScan करा लेते हैं, तो आप सही फैटी लिवर ग्रेड 1 डाइट और सप्लीमेंट्स की मदद से इसे नियंत्रित करने की शुरुआत कर सकते हैं। 

लिवर-फ्रेंडली डाइट लेना, सही फूड्स चुनना जो लिवर की चर्बी कम करें और कुछ ज़रूरी सप्लीमेंट्स का सेवन—इन सब से लिवर ठीक होने लगता है और स्थिति बिगड़ने से बचती है।

क्या Fatty Liver Grade 1 को रिवर्स किया जा सकता है?

हाँ, फैटी लिवर ग्रेड 1 पूरी तरह रिवर्स किया जा सकता है! अगर आप जंक फूड, शराब और शरीर को नुकसान पहुँचाने वाली आदतों को छोड़ दें, तो लिवर खुद को ठीक करने की क्षमता रखता है। लिवर-फ्रेंडली डाइट जिसमें फाइबर, lean protein, अच्छे फैट और लिवर को लाभ देने वाले मसाले शामिल हों, साथ ही नियमित एक्सरसाइज—ये सब मिलकर लिवर की चर्बी कम करने में मदद करते हैं।  

फैटी लिवर ग्रेड 1 के लिए Vitamin E, Omega-3, Milk Thistle, और Probiotics जैसे सप्लीमेंट्स इस प्रक्रिया को तेज करने में मदद करते हैं। सही खानपान और एंटीऑक्सीडेंट सप्लीमेंट्स के साथ कुछ ही महीनों में अंतर दिखना शुरू हो जाता है।

जल्दी इलाज क्यों ज़रूरी है?

फैटी लिवर को समय पर पहचानना बहुत जरूरी है। यदि आप ग्रेड 1 को नजरअंदाज करते हैं, तो यह बढ़कर ग्रेड 2, ग्रेड 3 और फिर गंभीर स्थितियों जैसे fibrosis या cirrhosis में बदल सकता है, जिसका इलाज कठिन और लंबा होता है।  

फैटी लिवर ग्रेड 1 में क्या खाना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए—यह समझकर सही डाइट अपनाना बेहद जरूरी है। चीनी, शराब और प्रोसेस्ड कार्ब्स से बचकर, सही सप्लीमेंट्स और दवाओं को डाइट में शामिल करने से आपके मेटाबॉलिज़्म में तेजी आती है और लिवर को सुरक्षा मिलती है।  

जल्दी शुरुआत करने से लिवर जल्दी रिपेयर होता है, सप्लीमेंट्स बेहतर असर करते हैं और भविष्य की जटिलताओं से बचाव होता है।

Fatty Liver Grade 1 को रिवर्स करने वाले भोजन और डाइट प्लान

शराब, मीठी चीजें और तले हुए भोजन से तुरंत दूरी बनाएं। समझदारी से खाएं और चलते-फिरते रहें—आपका लिवर आपको इसके लिए शुक्रिया कहेगा। यहाँ पाँच महत्वपूर्ण बातें याद रखें: 

  • शक्कर, प्रोसेस्ड कार्ब्स, सफेद चावल और मैदे से बनी चीजें छोड़ दें। ये फैटी लिवर को तेजी से बढ़ाते हैं।
  • थोड़ी सी शराब भी लिवर में फैट बढ़ाती है और MASLD के जोखिम को बढ़ा सकती है।
  • पेस्ट्री, तैलीय भोजन, कोल्ड ड्रिंक्स और पैक्ड जूस—ये लिवर में सूजन के बड़े कारण हैं।
  • रात में देर से खाना मेटाबॉलिज़्म धीमा करता है, जिससे लिवर में चर्बी जमने लगती है।
  • लगातार तनाव और बैठे रहना ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ाता है और लिवर को भारी नुकसान पहुँचाता है।

लिवर को ठीक करने के लिए एक्सरसाइज और रोजाना मूवमेंट

नियमित व्यायाम शरीर की चर्बी जलाने और उसे बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है, जो फैटी लिवर को हमेशा के लिए मिटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

  • तेज़ वॉकिंग, साइक्लिंग और स्विमिंग लिवर के फैट को तेजी से कम करने में सहायक हैं।
  • सप्ताह में दो बार वेट ट्रेनिंग करने से मांसपेशियां बढ़ती हैं और लिवर का कार्य बेहतर होता है।
  • रोज़ाना लगभग 10,000 कदम चलने की आदत आपको सक्रिय रखती है और लिवर में फैट जमा होने से रोकती है।
  • कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का मिश्रण अधिक कैलोरी बर्न करता है, जिससे लिवर तेजी से रिपेयर होता है।
  • 7–10% वजन कम करने से लिवर की सूजन में काफी कमी आती है और उसकी कार्यक्षमता सुधरती है।

Fatty Liver Grade 1 Recovery के लिए बेहतरीन सप्लीमेंट्स

सप्लीमेंट्स लिवर की रिकवरी में मदद करते हैं, लेकिन ये इलाज का विकल्प नहीं हैं। इन्हें लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।  

  • Vitamin E: फैटी लिवर के शुरुआती चरण में यह एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट है, जो लिवर की सूजन कम करता है।
  • Omega-3 Fatty Acid: ये लिवर में जमी चर्बी कम करते हैं, मेटाबॉलिज्म सुधारते हैं और इंफ्लेमेशन घटाते हैं।
  • Milk Thistle (Silymarin): सदियों से लिवर की कोशिकाओं की रक्षा, डिटॉक्स और लिवर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए इस्तेमाल होता आ रहा है।
  • Alpha Lipoic Acid (ALA): यह शरीर में ग्लूटाथियोन बनाने में मदद करता है, जो लिवर को नुकसान से बचाता है।
  • N-Acetylcysteine (NAC): यह एंटीऑक्सीडेंट क्षमता बढ़ाकर लिवर की हीलिंग और बेहतर फंक्शन में मदद करता है।
  • Probiotics: ये आंत और लिवर के स्वास्थ्य को सुधारते हैं, पाचन मजबूत करते हैं और इंफ्लेमेशन कम करते हैं।
  • Curcumin/Turmeric: इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व लिवर की कोशिकाओं की रक्षा करते हैं और डाइट व एक्सरसाइज के साथ बेहतर परिणाम देते हैं।

Zeelab Pharmacy के Best Liver Support Supplements

यहाँ Zeelab Pharmacy के कुछ किफायती और प्रभावी लिवर सपोर्ट प्रोडक्ट्स दिए गए हैं। ये त्वचा विशेषज्ञों द्वारा सुझाए गए, WHO-GMP, ISO और FDA प्रमाणित हैं, और सुरक्षित एवं असरदार माने जाते हैं। 

Livcholic 300 Tablet

Livcholic 300 में Ursodeoxycholic Acid 300 mg होता है, जो एक प्राकृतिक bile acid है और कोलेस्ट्रॉल वाले gallstones को घोलने में मदद करता है। यह लिवर में bile के प्रवाह को सुधारता है और primary biliary cirrhosis जैसी लिवर से जुड़ी बीमारियों के इलाज में उपयोगी है।

  • Composition: Ursodeoxycholic Acid (300mg)
  • What it does: लिवर को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है, waste को बाहर निकालता है और लिवर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है।
  • How to use: रोजाना भोजन के बाद एक टैबलेट लें या डॉक्टर की सलाह के अनुसार सेवन करें। 

Livcholic 450 SR Capsule

Livcholic 450 में Ursodeoxycholic Acid 450 mg होता है, जो एक प्राकृतिक bile acid है और कोलेस्ट्रॉल युक्त gallstones को घोलने में उपयोगी है। यह लिवर में bile के प्रवाह को बेहतर बनाता है और primary biliary cirrhosis जैसी लिवर संबंधी समस्याओं के उपचार में प्रभावी है।  

  • Composition: Ursodeoxycholic Acid (450mg)
  • What it does: लिवर को साफ रखने, सेल्स को नुकसान से बचाने और लिवर फंक्शन को प्राकृतिक रूप से बेहतर बनाने में मदद करता है।
  • How to use: हर रोज भोजन के बाद एक कैप्सूल लें या डॉक्टर की सलाह के अनुसार सेवन करें। 

Livcholic 150 Tablet

Livcholic 150 Tablet में Ursodeoxycholic Acid 150 mg होता है और यह एक प्रिस्क्रिप्शन दवा है। इसे मुख्य रूप से primary biliary cirrhosis और gallbladder stones जैसी लिवर से जुड़ी समस्याओं के इलाज में उपयोग किया जाता है।  

  • Composition: Ursodeoxycholic Acid (150mg)
  • What it does: लिवर को डिटॉक्स करता है, लिवर कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है और लिवर हेल्थ को प्राकृतिक रूप से बेहतर बनाता है।
  • How to use: दिन में दो बार भोजन के बाद एक टैबलेट लें या डॉक्टर की सलाह के अनुसार सेवन करें।

Hepzem Tablet

HEPZEM Tablet एक संयोजन दवा है, जिसका उपयोग अपच और पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं के उपचार में किया जाता है। यह पाचन तंत्र के कार्य में सुधार लाती है और भोजन के साथ ली जाती है, जैसा डॉक्टर सलाह दें।  

  • Composition: L-Ornithine-L-Aspartate 150 mg + Pancreatin 100 mg Tablet
  • What it does: लिवर के कार्य को बेहतर बनाता है, शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और लिवर को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रखता है।
  • How to use: रोजाना भोजन के बाद एक टैबलेट लें या डॉक्टर की सलाह के अनुसार सेवन करें।

Heptasil Tablet

Heptasil Tablet में Silymarin 140 mg होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है और लिवर कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है। यह क्रॉनिक लिवर डिजीज और सिरोसिस के इलाज में उपयोगी है और लिवर के पुनर्निर्माण और कार्य में सुधार लाता है।  

  • Composition: Silymarin (140mg) 
  • What it does: यह लिवर के कार्य को सुधारता है, शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है और एंटीऑक्सीडेंट की मदद से लिवर को सुरक्षित रखता है।
  • How to use: भोजन के बाद हर दिन एक टैबलेट लें या डॉक्टर की सलाह के अनुसार सेवन करें।

ZEELAB Adeliv Liver Cleanse Detox Capsule

ZEELAB Adeliv Liver Cleanse Detox Capsule एक शक्तिशाली लिवर डिटॉक्स सप्लीमेंट है, जिसे लिवर को साफ रखने, विषाक्त पदार्थों को निकालने और लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। यह लिवर हेल्थ को बेहतर बनाता है और डिटॉक्स प्रक्रिया को तेज करता है।  

  • Composition: Rohitak (20 mg) + Sharpunkha (30 mg) + Kalmegh (40 mg) + Apamarg (20 mg) + Aragwadha (40 mg) + Daruhaldi (30 mg) + Haridra (20 mg) + Bhringraj (40 mg) + Kutaki (50 mg) + Kumari (45 mg) + Giloy (20 mg) + Punarnwa (20 mg) + Pipli (25 mg) + Sudh Sheelajit (20 mg) + Mandoor (20 mg)
  • What it does: यह लिवर से टॉक्सिन्स निकालकर पाचन में सुधार करता है और लिवर हेल्थ को मजबूत बनाता है।
  • How to use: रोजाना भोजन के बाद एक कैप्सूल पानी के साथ लें, या डॉक्टर की सलाह के अनुसार सेवन करें, ताकि बेहतर डिटॉक्स और लिवर-क्लेंज़ परिणाम मिलें। 

Zeelab Milk Thistle Capsule

Zeelab Milk Thistle Capsule एक हर्बल सप्लीमेंट है जो Milk Thistle पौधे के बीजों से बनाया जाता है, जो लिवर को सपोर्ट करने के लिए जाना जाता है। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर लिवर डिटॉक्स में मदद करता है और लिवर सेल्स को नुकसान से बचाता है।  

  • Composition: Milk Thistle Extract (600 mg)
  • What it does: प्राकृतिक इंग्रेडिएंट्स की मदद से लिवर को साफ रखता है, सेल्स की प्रोटेक्शन करता है और लिवर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
  • How to use: रोजाना भोजन के बाद सिर्फ एक कैप्सूल लें, या डॉक्टर की सलाह के अनुसार सेवन करें। 

NatureXprt Adeliv Syrup

NatureXprt Adeliv Syrup लिवर को hepatotoxins (लिवर को नुकसान पहुँचाने वाले तत्वों) से बचाने में मदद करता है। यह सिरप पीलिया (Jaundice) और Hepatitis A & B से लिवर को सुरक्षा देने में सहायक है। साथ ही यह शरीर की ग्रोथ और भूख (appetite) को प्राकृतिक रूप से बढ़ाने में भी मदद करता है।  

  • Composition: Rohitak (Tecomella Undulata) 70mg, Sharpunkha (Tephrosia Purpurea) 90mg, Kalmegh (Andrographis Paniculata) 75mg, Apamarg (Achyranthes Aspera) 80mg, Aragvadha (Cassia Fistula) 40mg, Kasni (Cichorium Intybus) 120mg, Daruhaldi (Berberis Lycium) 70mg, Haridra (Curcuma Longa) 60mg, Harar (Terminalia Chebula) 70mg, Bhringraj (Eclipta Alba) 90mg, Kutki (Picrorhiza Kurroa) 90mg, Kumari (Aloe Vera) 60mg, Giloy (Tinospora Cordifolia) 65mg, Yavakshar 40mg, Sudh Nausadar (Ammonium Chloride) 25mg, Shudh Shilajit (Asphaltum) 10mg
  • What it does: यह लिवर को साफ रखने, टॉक्सिन्स बाहर निकालने और पाचन क्रिया को सपोर्ट करने में मदद करता है, जिससे क्लेंजिंग और मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है।
  • How to use: 10–20 ml सिरप पानी या जूस (पानी में मिलाकर) के साथ, दिन में 1–2 बार भोजन के बाद लें। सही डोज के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 

Zeelab Berberis Capsule

BERBERIS Aristata Capsule एक नेचुरल सप्लीमेंट है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने, कोलेस्ट्रॉल मैनेज करने और हेल्दी वेट सपोर्ट करने में मदद के लिए बनाया गया है। इसमें मौजूद berberine एक एक्टिव एल्कलॉइड है, जो इंफेक्शन से लड़ने, सूजन कम करने और मेटाबॉलिक हेल्थ को सपोर्ट करने के लिए जाना जाता है।  

  • Composition: Berberis Aristata Rt. (Ext.) 500g
  • What it does: इसमें मौजूद Berberis एक्सट्रैक्ट एक प्राकृतिक हर्बल सप्लीमेंट है, जो लिवर, पाचन और मेटाबॉलिज्म को सपोर्ट करने में मदद कर सकता है।
  • How to use: दिन में दो बार, भोजन के बाद एक-एक कैप्सूल लें, या डॉक्टर की सलाह के अनुसार सेवन करें। 

Zeelab Omega 3 Fish Oil Capsules

ZEELAB Omega 3 Fish Oil Capsule एक प्रीमियम क्वालिटी सप्लीमेंट है, जो ज़रूरी फैटी एसिड DHA (Docosahexaenoic Acid) और EPA (Eicosapentaenoic Acid) से भरपूर है। प्रीमियम salmon fish से प्राप्त यह ओमेगा 3 कैप्सूल हृदय और मस्तिष्क स्वास्थ्य को सपोर्ट करते हैं, कोलेस्ट्रॉल लेवल मैनेज करने में मदद करते हैं और ओवरऑल वेल-बीइंग को बेहतर बनाते हैं।  

  • Composition: Omega-3 Fatty Acids (1000mg)
  • What it does: दिल, दिमाग और जोड़ों की हेल्थ को सपोर्ट करता है, EPA–DHA फैटी एसिड्स की मदद से इंफ्लेमेशन कम करने में मदद करता है।
  • How to use: रोजाना भोजन के बाद एक कैप्सूल पानी के साथ लें, ताकि बेहतर एब्सॉर्प्शन हो और ओमेगा 3 का स्तर संतुलित बना रहे। 

NatureXprt Adeliv Capsule

NatureXprt Adeliv Capsules एक पावरफुल हर्बल फॉर्मुलेशन है, जो लिवर हेल्थ को सपोर्ट करने और पाचन को बेहतर बनाने के लिए तैयार किया गया है। इसमें Kalmegh, Bhringraj और Giloy जैसे प्राकृतिक घटक शामिल हैं, जो लिवर डिटॉक्स, hepatoprotection (लिवर प्रोटेक्शन) और पीलिया तथा शुरुआती सिरोसिस जैसी स्थितियों के मैनेजमेंट में मदद करते हैं। 

  • Composition: Rohitak (20 mg) + Sharpunkha (30 mg) + Kalmegh (40 mg) + Apamarg (20 mg) + Aragwad (40 mg) + Kasni (30 mg) + Daruhaldi (30 mg) + Haridra (20 mg) + Bhringraj (40 mg) + Kutaki (50 mg) + Kumari (45 mg) + Giloy (20 mg) + Punarnwa (20 mg) + Pipli (25 mg) + Sudh Sheelajit (20 mg) + Mandoor (20 mg)
  • What it does: लिवर डिटॉक्स में मदद करता है, पाचन सुधारता है और नेचुरल लिवर फंक्शन को मजबूत बनाकर फैटी लिवर के लक्षणों में राहत देने में सहायक होता है।
  • How to use: दिन में दो बार, भोजन के बाद एक-एक कैप्सूल लें, ताकि लगातार लिवर सपोर्ट और बेहतर मेटाबॉलिक हेल्थ बनी रहे। 

Sea Buckthorn Capsule

Sea Buckthorn Capsule, Sea Buckthorn berries से बना एक प्राकृतिक सप्लीमेंट है। ये बेरीज़ अपने रिच न्यूट्रिएंट प्रोफाइल के लिए जानी जाती हैं और हार्ट हेल्थ, स्किन हेल्थ और कोलेस्ट्रॉल लेवल को सपोर्ट करने सहित कई हेल्थ बेनिफिट्स देती हैं। 

  • Composition: Sea Buckthorn Extract (500 mg)
  • What it does: स्किन को पोषण देता है, इम्यूनिटी को सपोर्ट करता है, लिवर हेल्थ में मदद करता है और ओमेगा-रिच न्यूट्रिएंट्स की मदद से स्ट्रॉन्ग एंटीऑक्सीडेंट बेनिफिट्स देता है।
  • How to use: रोजाना भोजन के बाद एक कैप्सूल पानी के साथ लें, ताकि बेहतर एब्सॉर्प्शन हो और नियमित हेल्थ बेनिफिट्स मिलते रहें। 

ZEELAB Organic Spirulina Capsule

ZEELAB Organic Spirulina Capsule में नैचुरल इंग्रेडिएंट्स होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। ये हर्बल और ऑर्गेनिक कैप्सूल एंटीवायरल, एंटीकैंसर और एंटी-एलर्जिक गुणों से भरपूर होते हैं, जो ओवरऑल हेल्थ को सपोर्ट करते हैं।  

  • Composition: Spirulina Powder (1000 mg)
  • What it does: एंटीऑक्सीडेंट सपोर्ट देता है, ऊर्जा बढ़ाता है, इम्यूनिटी को मजबूत करता है और शरीर में ज़रूरी न्यूट्रिएंट लेवल्स को बेहतर बनाकर डेली वेल-बीइंग में मदद करता है।
  • How to use: रोजाना भोजन के बाद एक कैप्सूल पानी के साथ लें, जिससे एब्सॉर्प्शन अच्छा हो और न्यूट्रिशनल बेनिफिट्स लगातार मिलते रहें। 

Zeelab Triphala Gut Health Capsule

Zeelab Triphala Gut Health Capsule एक नेचुरल सप्लीमेंट है, जो पाचन तंत्र की सेहत को सपोर्ट करने के लिए जाना जाता है। यह डाइजेशन सुधारने, हेल्दी gut microbiome बनाए रखने और कब्ज, अपच तथा गैस जैसी आम पाचन समस्याओं में राहत देने में मदद करता है। 

  • Composition: Amla (166.66 mg) + Haritaki (166.66 mg) + Bibhitaki (166.66 mg)
  • What it does: पाचन में सुधार करता है, आंतों की सफाई में मदद करता है, सूजन कम करता है और न्यूट्रिएंट एब्सॉर्प्शन बढ़ाकर ओवरऑल डाइजेस्टिव हेल्थ को सपोर्ट करता है।
  • How to use: रोजाना भोजन के बाद एक कैप्सूल पानी के साथ लें, ताकि डाइजेशन स्मूथ रहे और gut health लगातार सपोर्ट हो।

Zeelab Berberine Gold Capsule

Zeelab Berberine Gold Capsule एक प्रीमियम हर्बल सप्लिमेंट है, जिसे बरबेरीस एक्सट्रैक्ट से बनाया गया है और इसमें 97% शुद्ध बर्बरीन पाया जाता है। यह कैप्सूल रक्त शर्करा को नियंत्रित करने, दिल की सेहत को बेहतर बनाने और वजन को प्राकृतिक रूप से संतुलित करने में उपयोगी माना जाता है। पारंपरिक और आधुनिक चिकित्सा दोनों में इसकी खूब सराहना की जाती है।  

  • संयोजन: Berberis aristata (500 mg)
  • कैसे लाभ करता है: स्वस्थ ब्लड शुगर को सपोर्ट करता है, मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है, आंतों के बैलेंस को सुधारता है और सूजन को प्राकृतिक तरीके से कम करने में मदद करता है।
  • कैसे लें: दिन में एक कैप्सूल भोजन के बाद पानी के साथ लें, इससे ग्लूकोज स्तर संतुलित रहता है और मेटाबॉलिक हेल्थ को सपोर्ट मिलता है। 

फैटी लिवर ग्रेड 1: 2026 में इसे पूरी तरह उलटने का सबसे अच्छा रोडमैप

यह गाइड आपके लिवर को स्वस्थ रखने की सरल आदतों के बारे में बताता है। इसमें बेहतर खानपान, नियमित गतिविधि, शरीर से टॉक्सिन निकालना, पर्याप्त नींद, पानी की सही मात्रा और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच शामिल हैं। छोटे कदम, बड़ा फायदा।

जिगर में फैट कम करने के लिए खाद्य पदार्थ और डाइट आदतें

आइए जानें वे पाँच भोजन संबंधी आदतें जो ग्रेड 1 फैटी लिवर को उलटने में मदद करती हैं:

  • सब्जियाँ, फल, अनाज और दाल जैसी फाइबर से भरपूर चीजें पाचन ठीक करती हैं और लिवर में जमा फैट को प्राकृतिक रूप से कम करती हैं।
  • फिश, चिकन और एग व्हाइट जैसे लीन प्रोटीन मेटाबॉलिज्म को मजबूत रखते हैं और लिवर टिश्यू की हीलिंग में मदद करते हैं।
  • ऑलिव ऑयल, एवोकाडो, नट्स और फिश ऑयल में पाए जाने वाले हेल्दी फैट सूजन को कम करने में सहायक होते हैं।
  • दही और फर्मेंटेड फूड्स में मौजूद प्रोबायोटिक्स आंतों की सेहत सुधारते हैं और लिवर-गट कनेक्शन को मजबूत बनाते हैं।
  • कॉफी, ग्रीन टी, हल्दी और बाजरा, दाल, ओट्स और बीज जैसे भारतीय खाद्य पदार्थ शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं।

LFT और FibroScan के साथ प्रगति ट्रैक करना (Liver Reversal Checklist)

ग्रेड 1 फैटी लिवर से छुटकारा पाने के लिए रोजाना सही चुनाव करना जरूरी है। सही भोजन, नियमित व्यायाम, पर्याप्त पानी, अच्छी नींद और डॉक्टर की सलाह—इन सभी से लिवर की सेल्फ-हीलिंग क्षमता बढ़ती है और लंबे समय तक शरीर फिट रहता है।

  • लिवर के लिए सही भोजन रोज खाएं: फाइबर युक्त सब्जियाँ, लीन प्रोटीन, हेल्दी फैट और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर चीजें शामिल करें
  • शुगर, रिफाइंड कार्ब व अल्कोहल से दूरी: लिवर में फैट जमा होने का सबसे बड़ा कारण
  • 30 मिनट की रोजाना फिजिकल एक्टिविटी: ब्रिस्क वॉक, कार्डियो या स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
  • डॉक्टर द्वारा सुझाए गए सप्लिमेंट्स शामिल करें: विटामिन E, ओमेगा-3, प्रोबायोटिक्स या लिवर सपोर्ट फॉर्मूला
  • हाइड्रेटेड रहें: दिन भर में 2.5–3 लीटर पानी पिएं
  • 7–8 घंटे की नींद जरूरी: यह मेटाबॉलिज्म और लिवर रिपेयर को सपोर्ट करती है
  • हर 3 महीने में LFT टेस्ट: प्रगति जांचें और प्लान अपडेट करें

ग्रेड 1 फैटी लिवर रिवर्स होने में कितना समय लगता है?

ग्रेड 1 फैटी लिवर को रिवर्स करना आपके जीवनशैली पर निर्भर करता है—सही डाइट, नियमित व्यायाम, और आवश्यक सप्लिमेंट्स का उपयोग। कुछ हफ्तों में शुरुआती बदलाव दिखने लगते हैं और कुछ महीनों में लिवर एवं मेटाबॉलिज्म में बड़े सुधार नजर आते हैं।

समय अवधि

अपेक्षित बदलाव

2–4 हफ्ते

पाचन में सुधार, ऊर्जा बढ़ना, पेट फूलना कम होना—आप तुरंत बदलाव महसूस कर सकते हैं।

4–8 हफ्ते

मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और नियमित डाइट व व्यायाम से लिवर एंजाइम सामान्य होने लगते हैं।

8–12 हफ्ते

ज्यादातर लोगों में इस दौरान अल्ट्रासाउंड या फाइब्रोस्कैन के जरिए लिवर फैट में कमी दिखाई देने लगती है।

3–6 महीने

डिसिप्लिन लाइफस्टाइल, सही खानपान, सप्लिमेंट्स और नियमित जांच के साथ एक स्थायी और स्पष्ट सुधार देखने को मिलता है।

डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?

अगर आपके ग्रेड 1 फैटी लिवर के लक्षण बढ़ रहे हों, या शरीर में नया दर्द महसूस हो रहा हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। खासतौर पर यदि आपको डायबिटीज है, आपका वजन ज्यादा है, या आपको PCOS है—तो सावधानी और भी जरूरी है, क्योंकि ये स्थितियाँ फैटी लिवर के जोखिम को बढ़ा देती हैं। इसे नजरअंदाज करना लंबे समय में नुकसानदायक साबित हो सकता है।

अगर आपकी स्थिति स्टेज 2 की ओर बढ़ रही है या आप स्टेज 1 को सही भोजन, दवाओं और सप्लिमेंट्स की मदद से रिवर्स करना चाहते हैं, तो डॉक्टर की सलाह बहुत जरूरी है। डॉक्टर आपकी डाइट को पर्सनलाइज कर सकते हैं, बता सकते हैं क्या खाना ठीक है और क्या नहीं, और विटामिन E व ओमेगा-3 जैसे सुरक्षित सप्लिमेंट्स सुझा सकते हैं। 

वे यह भी समझाते हैं कि डाइट और सप्लिमेंट्स को कैसे मिलाकर लेना चाहिए, आपकी दवाइयाँ असर करेंगी या नहीं, और भारतीय जीवनशैली को ध्यान में रखते हुए यह प्रक्रिया कितने समय में असर दिखा सकती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q. क्या फैटी लिवर ग्रेड 1 अपने आप ठीक हो सकता है?
A. हाँ, अगर आप सही खानपान अपनाते हैं, नियमित व्यायाम करते हैं, वजन नियंत्रित रखते हैं, शुगर का सेवन कम करते हैं और एक स्थिर रूटीन फॉलो करते हैं, तो ग्रेड 1 फैटी लिवर बिना दवाइयों के भी सही हो सकता है—अगर शुरुआत समय पर की जाए।

Q. क्या पतले लोग भी फैटी लिवर से पीड़ित हो सकते हैं?
A. हाँ, पतले लोगों में भी NAFLD/MASLD हो सकता है। इसके कारण हो सकते हैं—इंसुलिन रेजिस्टेंस, जेनेटिक्स, पेट के आसपास फैट, मेटाबॉलिक गड़बड़ी या गलत खानपान। इसलिए लाइफस्टाइल सुधारना हर स्थिति में जरूरी है।

Q. क्या फैटी लिवर में दूध पीना ठीक है?
A. लो-फैट दूध या दही सीमित मात्रा में लेना ठीक है, लेकिन फुल-फैट डेयरी, मीठे दूध वाले उत्पाद और अधिक मात्रा से बचें, वरना यह लिवर पर अतिरिक्त बोझ डाल सकता है।

Q. क्या कॉफी फैटी लिवर के लिए फायदेमंद है?
A. हाँ, कुछ शोध बताते हैं कि दिन में दो–तीन कप कॉफी लिवर की सूजन कम करने, मेटाबॉलिज्म सुधारने और लिवर सेल्स को सुरक्षित रखने में मदद कर सकती है। फैटी लिवर में यह एक उपयोगी पेय हो सकता है।

Q. फैटी लिवर के लिए कौन से सप्लिमेंट्स बेहतर हैं?
A. विटामिन E, ओमेगा-3, मिल्क थिसल (सिलिमारिन), प्रोबायोटिक्स और ALA जैसे सप्लिमेंट्स लिवर की सूजन कम करने और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को घटाने में फायदेमंद माने जाते हैं। लेकिन कोई भी सप्लिमेंट लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Q. क्या मैं 60 दिनों में फैटी लिवर रिवर्स कर सकता हूँ?
A. अगर आप नियमित रूप से डाइट सुधारें, रोज व्यायाम करें, शुगर कम करें और थोड़ा वजन कम करें, तो 2–3 महीनों में ग्रेड 1 फैटी लिवर में अच्छा सुधार दिख सकता है। परिणाम आपके अनुशासन पर निर्भर करते हैं।

Q. कौन से खाद्य पदार्थ पूरी तरह छोड़ देने चाहिए?
A. शुगर, अल्कोहल, तली हुई चीजें, रिफाइंड कार्ब्स, सफेद चावल व ब्रेड, सोडा, बेकरी आइटम्स, पैकेज्ड स्नैक्स और प्रोसेस्ड फूड्स बिल्कुल ना खाएं। ये लिवर में फैट जमा होने और मेटाबॉलिज्म बिगाड़ने के सबसे बड़े कारण हैं।

Q. मुझे कितनी बार जांच करवानी चाहिए?
A. जब तक आप लिवर रिवर्सल पर काम कर रहे हैं, हर तीन महीने में LFT और एब्डॉमिनल अल्ट्रासाउंड करवाना जरूरी है। इससे आपकी प्रगति पता चलती रहती है और जरूरत पड़ने पर डाइट व सप्लिमेंट्स में बदलाव किया जा सकता है।

Q. क्या फैटी लिवर ग्रेड 1 गंभीर होता है?
A. शुरुआत में यह बहुत गंभीर नहीं होता, लेकिन इसे चेतावनी संकेत समझें। अगर इसे अनदेखा किया, तो यह ग्रेड 2 या 3 तक बढ़ सकता है, जिससे सूजन, स्कारिंग और भविष्य में गंभीर लिवर समस्याएँ हो सकती हैं।

Q. क्या फैटी लिवर में चावल खाना ठीक है?
A. सफेद चावल ब्लड शुगर बढ़ाते हैं, इसलिए इन्हें सीमित मात्रा में लें। इसके बजाय ब्राउन राइस, मिलेट्स (बाजरा), या हाथ से कुटा चावल जैसे विकल्प लिवर और मेटाबॉलिज्म के लिए अधिक फायदेमंद हैं।


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